Tuesday, October 1, 2019


October 2, 2019
Happy Birthday Shanti

याद आ रही है….

हर वो बचपन की लोरी,

और पुरानी हिंदी गानों की डोरी..


पीठ पर ताल से बजती हर थपकी,

बातें nonstop,

उसके बीच, नींद की झपकी।


क्या तुम्हे याद है, वो एक रात की बात,
जब ज़िद्द की थी मैंने, सौ गाने सुनने की,  
और तुमने पूरी की वो मेरी मांग,
मुझे तो याद है, नींद में की थी मैंने गिनती।
आज भी सोचती हूँ, यादों में ग़ुम,  
पता नहीं, पागल मैं थी, या तुम।

याद आ रही है….
जवानी की “interesting” सी बातें,
मेरे क़िस्से सुनकर जो बितायी थी तुमने रातें।
कभी हँस कर, तो कभी shock हो कर,
कभी दीदी बनकर, तो कभी यार बनकर।
Personality बिलकुल अलग अलग,
पर connection हमेशा गहरा,
ऐसी दोस्ती कभी न पा सकी,
जैसा था और है, तेरा मेरा ।

एक ख़ालीपन सा छा गया, 
जब शादी कर तुम चली गयी,
दूल्हा ठीक-ठाक था मगर,
उसके कारण,
मेरी सखी मुझसे बिछड़ गयी।

पर अपनी ख़ुशकिस्मती तो देखो,
दूल्हा निकला full of life,
साली जीजू की दोस्ती है solid,
क्यूँ ना हो,
आख़िर मेरी best friend है उसकी wife!

फिर आए दो राजकुमार, 

घर में कर गए चहल पहल, 
सबके दिलों के शहज़ादे, 
कर दी हमारी दुनिया बदल।
आखिर आयी मेरी बारी,
Girlfriend से मैं बीवी बनी, 
और फिर पलक झपकते ही, 
तीन देवियों की मम्मी बनी।

इस दौरान हम दोनों की,
दोस्ती तो है बढ़ती गयी, 
संघर्ष और ज़िम्मेदारियाँ भी,
हम दोनों के सर चढ़ती गयी।
लेकिन इस मोड़ पर भी, 
हमारी हंसी सजती गयी।

कभी Phone पे घंटो बातें, 
और कभी है खामोशी, 
बिन बोले समझी जज़्बातेँ, 
अकेले बैठे बुनी ख़ुशी। 
कभी बने एक दूजे के गुरु, 
कभी भूमिका शिष्य की, 
कभी माँ, कभी बहन, कभी दोस्त, 
कभी एहसास विश्व की ।

ऐसा अनोखा रिश्ता है,
लव्ज़ नहीं समझाने की, 
पक्की डोरी बुनती गयी, 
बचपन के हर गाने की.
आज तुम्हें मैं क्या दूँ प्यारी,
सब कुछ तुमने पाया है, 
क्या है असली, क्या है नकली, 
सच क्या और क्या माया है ।

मगर इस दिल में एक है ख्वाइश, 
फिर चलें सफर हम बचपन की, 
फिर से सुनूं मैं सौ गाने तुमसे 
फिर से पीठ पर बजे थपकी....

Love you my darling